दयाराम फौजदार रिपोर्टर नर्मदा पुरम।
प्रत्येक नारी में मां दुर्गा का वास होता है और वह अपनी ऊर्जा से न केवल परिवार बल्कि संपूर्ण समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बात अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जानी-मानी शिक्षाविद् और समाजसेवी डॉ. अमृता राजे पलिया ने कही। डॉ. अमृता राजे ने कहा कि जिस प्रकार मां दुर्गा अपनी अष्टभुजाओं से संपूर्ण सृष्टि का संचालन करती हैं, उसी प्रकार एक महिला भी अपने विभिन्न दायित्वों को कुशलता से निभाती है। वह एक ओर घर की परंपराओं को संजोती है, तो दूसरी ओर आकाश की बुलंदियों को छू रही है। एक ओर वह बच्चों का पालन-पोषण करती है, तो दूसरी ओर देश की संसद में बैठकर नीतिगत फैसलों में भागीदारी निभाती है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अग्रसर हैं, फिर चाहे वह घर की जिम्मेदारियां हों या देश की सीमाओं की रक्षा। हमारी बेटियां जहां घर-आंगन को संवार रही हैं, वहीं हाथों में शस्त्र लेकर मातृभूमि की सुरक्षा भी कर रही हैं। उन्होंने कहा जिस घर और समाज में नारी का सम्मान नहीं होता, वहां कभी विकास संभव नहीं हो सकता। उन्होंने सभी महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने क्षेत्र में न केवल आगे बढ़ें, बल्कि विकास की एक नई परिभाषा लिखें।