सुबह से ही काले महादेव मंदिर में उमड़ी भीड़ , शाम को निकलेगी भव्य बारात
शहर भर में सजे शिवालय , एसपीएम में भी लगा शिव मेला
दयाराम फौजदार रिपोर्टर नर्मदापुरम ।
शहर सहित हर जगह बुधवार को महाशिवरात्रि पर हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय की ऊ सुनाई दे रही है । महारुद्राभिषेक , शिव तांडव स्त्रोत, शिव पाठ, शिव महिमा, शिव महापुराण , शिव अष्टक , शिव जाप और मंत्र की गूंज हर तरफ सुनाई दे रही है। शहर सेठानी घाट, मंगलवारा, सर्किट हाउस घाट और रसूलिया, सतरस्ता, ग्वालटोली, जुमेराती, इच्छापूर्ति मंदिर, एसपीएम , ग्वालटोली काली मंदिर सहित शहर के मंदिरों को सजाया गया है और शिवालयों में भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु शहर के काले महादेव , पचमढ़ी के चौरागढ़ और इटारसी के तिलक सिंदूर सहित अन्य जगह पहुंच रहे हैं और बाबा का महा रुद्राभिषेक कर आशीर्वाद ले रहे हैं । बम बम भोले से नर्मदा पुरम गूंज उठा। सुबह काले महादेव पर भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। नर्मदा में स्नान कर बाबा के दर्शन किए । इसके साथ ही शिवालयों में आज सुबह से ही पूजा पाठ, अभिषेक हुए। पचमढ़ी में महाशिवरात्रि मेला में चौरागढ़ पर त्रिशूल चढ़ाने के साथ अन्य जगहों पर बाबा के दर्शन किए और फिर श्रद्धालु नर्मदा पुरम भी पहुंचे । इसके साथ ही तिलक सिंदूर में सुबह से ही लोगों ने बाबा को फूल , बेलपत्र सहित अन्य पूजन सामग्री चढ़ाई और शहद , दूध, दही से रुद्राभिषेक किया गया।
काले महादेव में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने कहा ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
शहर के प्राचीन काले महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ रही। मंदिर को फूलों से सजाया गया था। श्रद्धालु भारी मात्रा में सुबह से पहुंचे और बाबा के दर्शन किए । यहां पर महाशिवरात्रि के चलते अलग-अलग दिनों में अलग-अलग श्रृंगार किए गए। ज्ञात हो कि काले महादेव मंदिर महाकाल मंदिर की तर्ज पर मंदिर बना है। यहां पर मंदिर समिति द्वारा पुख्ता व्यवस्थाएं की गई है । सुरक्षा चाक-चौबंद हैं। प्रथम तल पर नागचंद्रेश्वर की प्रतिमा है। गर्भ ग्रह में ओम की ध्वनि सुनाई देती है और रोजाना बाबा के अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार किया जाता है।
पचमढ़ी में आस्था भक्ति और उत्साह , चौरागढ़ में चढ़ा रहे त्रिशूल, तिलक सिंदूर में चढ़ रहा सिंदूर, आंवली घाट पर पहुंच रहे श्रद्धालु
पचमढ़ी महाशिवरात्रि के चलते आस्था भक्ति और उत्साह का केंद्र बन गया है। यहां पर जिला प्रशासन ने भी पुख्ता व्यवस्था की है। श्रद्धालु त्रिशूल चौरागढ़ में चढ़ा रहे हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही यहां हर हर भोला, हर हर महादेव के जयकारे लगाते हुए प्रदेश सहित पूरे देश भर के अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु उमड़ रहे हैं । पचमढ़ी भगवान शिव की तपस्या स्थली मानी जाती है । इसके साथ ही इटारसी के पास तिलक सिंदूर में शिवलिंग पर सिंदूर चढ़ाने की परंपरा है। लोग आज यहां सिंदूर चढ़ा रहे हैं और मेला लगा है । मान्यता के अनुसार भस्मासुर भगवान शंकर के पीछे पड़ गया था तो पीछा छुड़ाने के लिए भगवान ने सतपुड़ा की इन्हीं पहाड़ियों में शरण ली थी और पचमढ़ी के जटाशंकर में जाकर छिपे थे। मान्यता के अनुसार आज भी वह सुरंग यहां पर मौजूद है । सिवनी मालवा के आंवली घाट पर भी 71 फीट की प्रतिमा पर बाबा का पूजन पाठ हो रहा है और यहां पर सुबह से ही श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचे।