मां नर्मदा का अस्तित्व खतरे में
रेत माफिया को संरक्षण से भी इनकार नहीं
नकुल मालवी सिवनी मालवा।
नगर के आसपास नर्मदा किनारे घाटों पर रेत माफिया हावी है। लोगों का कहना है सबसे बड़ा अवैध खनन हो रहा है । मां नर्मदा का अस्तित्व खतरे में है और इसमें जिम्मेदार की मिली भगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता। विधानसभा में भाजपा सरकार द्वारा मां नर्मदा को जीवित मां का दर्जा दिया गया था । आज उसी मां का अस्तित्व खत्म करने में लगे हैं। बाहर से आए रेत माफिया तहसील से मात्र 21 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम बाबरी घाट पर अवैध खनन कर रहे हैं। सभी अवैध वाहनों का थाने के पास से आना जाना रहता है । अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। हाल ही में पोकलेन मशीन जप्त करने की कार्यवाही भी मिलीभगत से की गई। लोगों का कहना है कि खनिज विभाग के अधिकारियों की कॉल डिटेल निकाली जाए, मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों ने बताया गया कि जो भी पोकलेन मशीन इस्तेमाल की जा रही है यह मशीन गांव के ही जनप्रतिनिधि की बताई जाती है और और एक और मशीन जो सिवनी मालवा के एक वरिष्ठ नेता की बताई जा रही है । यह मशीन चार लाख रुपए महीने किराए से लगाई गई है।
बाबरी घाट से ढो रहे जमकर रेत
बाबरी घाट पर प्रदेश का सबसे बड़ा कारोबार किया जा रहा है। बताया जाता है कि बाबरी घाट पर रेत माफिया रेत निकाल कर ढो रहें हैं। मालूम हो पचास फीट गड्ढे कर दिए गए हैं। जेसीबी मशीन से दिन रात रेत निकाली और ढोई जा रही है। इस पूरे मामले में जिम्मेदार चुप क्यों है।