दयाराम फौजदार रिपोर्टर नर्मदापुरम ।
शहर के समीपस्थ मां नर्मदा मंदिर सात धारा गौ आश्रम वासेनिया कुटी रंढ़ाल बंडुआ में चल रही श्री राम कथा एवं रुद्र महायज्ञ पर चतुर्दशी बेला में संतों एवं गुरुजनों का आगमन हुआ। कथा के समापन अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इसके चलते श्री विद्या साधना पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी श्री श्री 1008 श्री चंद्रशेखरानंद का सातधारा आश्रम पहुंचे । श्री राम कथा के चलते स्वामी जी ने कहा कि परमात्मा मात्र भक्तों के हित के लिए ही अवतार लेते हैं। रामचरितमानस की चौपाई का गान करके बताया कि परमात्मा की लीला केवल भक्तों के हित के लिए ही है। भगवान परम कृपालु हैं और शरणागत के बड़े प्रेमी हैं, जिनकी भक्तों पर बड़ी ममता और कृपा है, जिन्होंने एक बार जिस पर कृपा कर दी, उस पर फिर कभी क्रोध नहीं किया । कथा व्यास सत्यम मधुरम ने भगवान श्री राम की लीलाओं का वर्णन किया । यज्ञाचार्य पंडित अजय दुबे ने बताया कि यज्ञ के माध्यम से ही भगवान श्री राम का इस धाम पर आगमन हुआ है । यज्ञ में उपस्थित होकर यज्ञ नारायण भगवान की परिक्रमा करने से मनुष्य को समस्त प्रकार के मनोरथों की प्राप्ति होती है। 1008 बादाम गिरी महाराज जी के सनिध्य में आश्रम में धार्मिक आयोजन किया गया। समापन अवसर पर भंडारे का आयोजन किया गया।