एक मां जिसने अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा किया, आज उसी के अपने बेटे ने उसे बेघर कर दिया। 95 वर्षीय गीता बाई ने अपने ही बेटे के खिलाफ आईजी, कलेक्टर और एसपी नर्मदापुरम से शिकायत की, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। गीता बाई का कहना है कि उनका बड़ा बेटा रमाकांत उनके अंधेपन का फायदा उठाकर दो अज्ञात लोगों के साथ मिलकर उनकी जमीन हड़प चुका है। धमकी देकर और डरा-धमका कर उसने जबरन जमीन अपने नाम करवा ली। जब इस बुजुर्ग मां को सच्चाई पता चली, तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। रमाकांत ने अपनी ही मां को घर से निकाल दिया, और आज वे अपने छोटे बेटे के पास रहने को मजबूर हैं।
पुलिस पर उठे सवाल, मिलीभगत से इंकार नहीं
गीता बाई ने वकील के माध्यम से पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर और आईजी से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इतने बड़े मामले में पुलिस ने अभी तक कोई बयान तक नहीं लिया। पुलिस ने किसी दबाव में यह मामला दबा तो नहीं दिया। 95 वर्ष की बुजुर्ग की हालत ऐसी है कि वे अपनी दवाई और रोजमर्रा की ज़रूरतों के लिए भी संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनकी ज़मीन वापस दिलाई जाए। उनके बयान दर्ज किए जाएं। उनके बेटे और दो अज्ञात लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस ने अब भी कार्रवाई नहीं की। अब यह स्पष्ट नहीं हो जाएगा कि यह पूरी तरह से एक मिलीभगत का मामला है।