दयाराम फौजदार रिपोर्टर नर्मदापुरम।
जब बात किसी की जान बचाने की हो, तो इंसानियत सबसे बड़ी मिसाल बन जाती है। व्यवसायी एवं पत्रकार प्रदीप गुप्ता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि समाज सेवा केवल शब्दों से नहीं, कर्मों से होती है।शासकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती एक महिला मरीज को डिलीवरी के दौरान बी पॉजिटिव ब्लड की जरूरत थी, लेकिन ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। उन्हें पत्रकार प्रदीप गुप्ता का नंबर दिया। गुप्ता ने सोशल मीडिया ग्रुप्स में ब्लड डोनर की अपील की। जब ब्लड की उपलब्धता नहीं हुई, तो उन्होंने स्वयं जिला चिकित्सालय पहुंचकर ए पॉजिटिव ब्लड डोनेट किया। इसके बदले में मरीज के परिजनों ने ब्लड बैंक से बी पॉजिटिव यूनिट एक्सचेंज में लेकर ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा करवाया। इससे पहले भी प्रदीप गुप्ता 6 से 7 बार रक्तदान कर चुके हैं। उनका मानना है कि “रक्तदान सबसे बड़ा दान है, जिससे किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा हर युवा को आगे आकर रक्तदान करना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए, क्योंकि नशा किसी की मदद नहीं करता, लेकिन एक यूनिट खून किसी की पूरी जिंदगी बदल सकता है।